रुड़की,,कमेंलपुर स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता के दौरान रुड़की विधान सभा के पूर्व प्रत्यासी मोहम्मद गुलबहार ने विरोधी खेमे पर जमकर बरसे इस दौरान उन्होंने कामिल फैय्याज समेत अन्य 8 लोगों पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि 19 जुलाई को इनके द्वारा 50 लोगों के साथ मिलकर मेरे मकान पर पथराव व फायरिंग की गई जिसमें मेरा छोटा भाई मोहसिन गोली लगने से घायल हो गया उसका उपचार चंडीगढ़ के अस्पताल में चल रहा है।
पीड़ित गुलबहार ने कहा कि करीब 49 वर्ष पहले 1974 में विरोधी खेमे द्वारा मस्जिद में नमाज पढ़ने के दौरान 2 लोगों की सरेआम हत्या कर दी गई थी जिसमें मेरे पिताजी गवाह है तभी से उक्त लोग रंजिश करते आ रहे हैं पीड़ित गुलबहार परिवार ने बताया 2 माह पहले भी उक्त दबंगों द्वारा मेरे साथ वाद विवाद किया गया था और मुझे मारने की कोशिश कर रहे हैं जब भीड़ ने मेरे घर पर हमला किया तो हमने छत पर चढ़कर विरोधियों पर पथराव कर अपनी जान बचाई उक्त लोग खुली फायरिंग कर रहे थे जिसमें मेरे छोटे भाई को जा लगी साथ ही बताया की बंदरों को भागने के लिए एक गन रखी थी जिसे विरोधियों को दिखाकर डराया था ताकि मेरे घर पर ना चढ़े सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची मेरे द्वारा उसी दिन कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था बंदरों को भगाने वाली एक गन रखी थी उक्त बंदर भगाने की गन पुलिस को सौंप दी थी पीड़ित ने गंगनहर कोतवाल के साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार को शिकायत कर आरोपी हमलावरों को जल्द से जल्द पकड़ कर सलाखों के पीछे भेजने की मांग की ताकि उन्हें न्याय मिल सके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त आरोपी खाई बाड़ी , सट्टे का अवैध कारोबार करते हैं तथा काफी दबंग है और गांव में उन्होंने लोगों का जीना हराम कर दिया है जो भी यह आरोप उन पर लगा रहे हैं वह सरासर गलत है यह भी उन्होंने आरोप लगाया कि विरोधी खेमे द्वारा अपनी दीवारों पर झूठे निशान लगाए गए ताकि वह षड्यंत्र रच कर उन्हें फसा सके लेकिन उन्हें पुलिस पर पूरा भरोसा है कि जांच के बाद आरोपी निश्चित रूप से सलाखों के पीछे होंगे साथ ही कहा कि उक्त लोगों के कई परिवार हैं जो आपस में जुड़कर गरीब लोगों को सताने का काम कर रहे हैं ऐसे दबंगों से ग्रामीणों को राहत दिलाई जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके इस मौके पर मोहम्मद आलम गुड्डू आदि मौजूद रहे
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