
तहलका न्यूज
17 तारीख को पुलिस ने लड़की के साथ हुई दरिंदगी की जानकारी सार्वजनिक की। देहरादून के अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) में यूपी की रहने वाली इस लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया।
इस मामले में सरकारी बस के ड्राइवर, कंडक्टर और कैशियर समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। धर्मेंद्र कुमार (32), राजपाल (57), देवेंद्र (52), राजेश कुमार सोनकर (38), रवि कुमार (34) गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें से रवि कुमार यूपी का रहने वाला है। बाकी आरोपी उत्तराखंड के हैं। जिस बस में यह घिनौनी वारदात हुई, उसके ड्राइवर और कंडक्टर धर्मेंद्र कुमार और देवेंद्र हैं। रवि कुमार और राजपाल अन्य बसों के ड्राइवर हैं। न्यूज़ एजेंसियों के मुताबिक, आरोपियों में से एक राजेश कुमार सोनकर उत्तराखंड रोडवेज का कैशियर है।
आईएसबीटी में एक बेंच पर एक लड़की के अकेले बैठे होने की सूचना मिलने पर ही इस घटना का खुलासा हुआ। 12 तारीख की शाम को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुँचकर बच्ची को सरकारी बालगृह भेज दिया। यहाँ काउंसलिंग के दौरान बच्ची ने अपने साथ हुई दरिंदगी की दास्तां बयां की। इसके बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की शिकायत पर पटेल नगर पुलिस ने पॉक्सो समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया। सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य सबूतों के आधार पर की गई जाँच में बस की पहचान हुई और आरोपियों तक पुलिस पहुँची।
दिल्ली में ही आरोपियों की नजर पहली बार पीड़िता पर पड़ी थी। बस कंडक्टर देवेंद्र से लड़की ने पंजाब जाने का रास्ता पूछा था। उसने लड़की से कहा कि वह इस बस में सवार होकर देहरादून आ जाए और वहाँ से पंजाब जाने वाली बस पकड़ ले। इसके बाद लड़की उसकी बस में सवार हो गई। देहरादून बस स्टैंड पर सभी यात्रियों के उतर जाने के बाद देवेंद्र और धर्मेंद्र ने मिलकर लड़की के साथ बलात्कार किया। यह घटना पास खड़ी एक अन्य बस में सवार दो ड्राइवरों ने देख ली। इसके बाद वे भी बस में आ गए और लड़की के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने ही कैशियर राजेश कुमार को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद वह भी मौके पर पहुँचा और उसने भी लड़की का यौन शोषण किया।
पुलिस अधीक्षक देहरादून ने की विशेष जांच दल (S I T)
देहरादून, 19 अगस्त उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अंतरराज्यीय बस अड्डे (आईएसबीटी) पर नाबालिग लड़की के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना की जांच के लिए सोमवार को देहरादून के नगर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित कर दिया गया।
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने यहां बताया कि इस प्रकरण की संवेदनशीलता तथा मामले की गुणवत्तापूर्ण जांच सुनिश्चित करने के लिए इस आठ सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया है।
12 अगस्त की रात को 16 वर्षीय लड़की के साथ उत्तराखंड परिवहन निगम की बस में हुई कथित सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बारे में शनिवार शाम को पता चलने के बाद पटेल नगर पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 70 (2) तथा यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धारा पांच (जी)/छह के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रविवार को पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था जिसमें वारदात में प्रयुक्त हुई बस के चालक और परिचालक के अलावा अन्य बसों के दो चालक और परिवहन निगम का एक कैशियर शामिल है।उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली नाबालिग लड़की दिल्ली में कश्मीरी गेट बस अडडे पर पंजाब जाने वाली बस के बारे में जानकारी ले रही थी और आरोपियों ने उससे देहरादून चलने और वहां से पंजाब की बस पकड़ने का सुझाव देकर अपनी बस में बैठा लिया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि एसआईटी द्वारा दिल्ली से देहरादून तक बस आने के दौरान बीच में रुकने वाले ढाबा आदि से लेकर आईएसबीटी तक के फुटेज लेने के लिए एक टीम भेजी है।
उन्होंने बताया कि एसआईटी जल्द साक्ष्यों को पुख्ता करने के लिए आरोपियों का हिरासत रिमांड ले सकती है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एसआईटी के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी पहलुओं की गहन विवेचना कर घटना में शामिल सभी आरोपियों के विरुद्ध प्रभावी साक्ष्यों को एकत्र किया जाए जिससे न्यायालय में भी आरोपियों के खिलाफ ठोस मामला चलाया जा सके।
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