लियाक़त कुरैशी
भगवानपुर:-कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मां भारती की रक्षा करने वाले कारगिल शहीदों को बी डी इंटर कॉलेज भगवानपुर में भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।
कारगिल शहीदों के अदम्य शौर्य एवं पराक्रम को याद करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय गर्ग ने कहा कि कारगिल का युद्ध बहुत ही विषम परिस्थितियों में लड़ा गया कंप कंपाती हाड़ गला देने वाली ठंड में दुश्मन 18000 फुट की ऊंचाई पर अस्त्र शस्त्रों से लैस था तथा भारतीय सेना नीचे से मोर्चा ले रही थी। प्रधानाचार्य गर्ग ने बताया कि 60 दिन तक चले भारत पाकिस्तान के बीच इस भीषण युद्ध में अंत़़त 26 जुलाई 1999 को भारत की विजय हुई ।तब से प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को कारगिल युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों के सम्मान में विजय दिवस मनाया जाता है ।
भारत मां के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए निखिल अग्रवाल ने कहा कि
“हिमालय से ऊंचा साहस उनका।
सर जो किसी के आगे ना झुका।। मातृभूमि की खातिर किया समर्पण। ऐसे वीरों को मेरा शत-शत नमन।।”
सैयद त्यागी ने कहा कि यह दिवस उन शहीदों को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करने का दिवस है जो कि हंसते-हंसते अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए ।इन शहीदों ने अपना आज, हमारे कल के लिए बलिदान कर दिया।
इस अवसर पर विजय त्यागी, कु ललिता, अनुदीप ,पारुल शर्मा, संगीता गुप्ता, कल्पना सैनी, अर्चना पाल, संजय पाल, बृजमोहन, वसीम तथा रोहित आज शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

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