25 अगस्त 2020
लियाक़त कुरैशी- 7500007413
भगवानपुर:- बी डी इंटर कॉलेज भगवानपुर हरिद्वार में महान सपूत मेजर दुर्गामल्ल की 76वीं पुण्यतिथि पर उनको भावपूर्ण स्मरण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में दुर्गामल्ल के योगदान को याद करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय गर्ग ने कहा कि दुर्गामल्ल जी आजाद हिंद फौज के प्रथम गोरखा सैनिक थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
डोईवाला देहरादून में जन्मे दुर्गामल्ल जी भारत मां को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए 18 वर्ष की आयु में ही आजाद हिंद फौज में सैनिक के रूप में शामिल हो गए।
देश प्रेम के प्रति उनके जज्बे, बहादुरी एवं सराहनीय प्रयासों को देखते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने उनको कुछ ही दिनों में सैनिक से मेजर बना दिया। मेजर दुर्गामल्ल जी जब भारत के लिए अंग्रेज अधिकारियों की जासूसी कर रहे थे तो उनको पकड़ लिया गया तथा लाल किले की सेंट्रल जेल में डाल दिया गया। जेल में उनको गंभीर यातनाएं एवं प्रताड़नाएं दी गई और अंत में 25 अगस्त 1944 को उन्हें फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया गया।
वरिष्ठ शिक्षक निखिल अग्रवाल ने कहा कि भारत के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान करके हम उस सच्चे सपूत को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं।
इस अवसर पर सैयद त्यागी, रजत बहुखंडी, जुल्फकार ,श्रीमती अनुदीप, रोहित, बृजमोहन, अशोक,राजकुमार ,लोकेश तथा महावीर आदि उपस्थित रहे।
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